क्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वृंदावन में देश के पहले बालिका सैनिक स्कूल का उद्घाटन किया। यह स्कूल वात्सल्य ग्राम परिसर में बना है। इस स्कूल में 6 से 12वीं कक्षा तक की छात्राएं पढ़ सकेंगी।
मुख्य बिंदु:
- स्कूल का नाम "समविद् गुरुकुलम बालिका सैनिक विद्यालय" रखा गया है।
- स्कूल में 120 छात्राओं के लिए सीटें उपलब्ध हैं।
- प्रवेश परीक्षा 21 जनवरी को होगी।
- स्कूल में सीबीएसई बोर्ड की पढ़ाई के साथ-साथ सैन्य प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
- स्कूल का पहला सत्र अप्रैल में शुरू होगा।
विस्तृत विवरण:
शीर्षक:
वृंदावन में देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल हुआ शुरू, रक्षा मंत्री और सीएम ने किया उद्घाटन
सारांश:
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वृंदावन में देश के पहले बालिका सैनिक स्कूल का उद्घाटन किया। यह स्कूल वात्सल्य ग्राम परिसर में बना है। इस स्कूल में 6 से 12वीं कक्षा तक की छात्राएं पढ़ सकेंगी।
मुख्य बिंदु:
- स्कूल का नाम "समविद् गुरुकुलम बालिका सैनिक विद्यालय" रखा गया है।
- स्कूल में 120 छात्राओं के लिए सीटें उपलब्ध हैं।
- प्रवेश परीक्षा 21 जनवरी को होगी।
- स्कूल में सीबीएसई बोर्ड की पढ़ाई के साथ-साथ सैन्य प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
- स्कूल का पहला सत्र अप्रैल में शुरू होगा।
विस्तृत विवरण:
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह स्कूल देश की बेटियों के लिए एक नए युग की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि यह स्कूल बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह स्कूल बेटियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत होगा। उन्होंने कहा कि यह स्कूल बेटियों को अपने सपनों को पूरा करने में मदद करेगा।
इस स्कूल में 6 से 12वीं कक्षा तक की छात्राएं पढ़ सकेंगी। स्कूल में सीबीएसई बोर्ड की पढ़ाई के साथ-साथ सैन्य प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। वात्सल्य ग्राम के प्रवक्ता डा. उमाशंकर राही ने बताया, सैन्य विद्यालय में हर वर्ष 120 सीटें तय की गई हैं। विद्यालय में दाखिला के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी परीक्षा कराती है। बालिकाओं ने 20 दिसंबर तक आवेदन किया है। 21 जनवरी को इसकी परीक्षा होगी। परीक्षा में पास होने के बाद बालिकाएं ई-काउंसिलिंग होगी और मेरिट लिस्ट बनेगी। विद्यालय में सत्र अप्रैल में ही शुरू होगा।
वृंदावन में देश के पहले बालिका सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा 21 जनवरी को परीक्षा कराई जाएगी। परीक्षा में पास होने के बाद चयनित बालिकाओं को अप्रैल में स्कूल में प्रवेश मिलेगा। सैन्य विद्यालय में चयनित बालिकाओं का दिनभर का रूटीन सुबह पांच बजे से रात 10 बजे तक का होगा। सुबह की शुरुआत ड्रिल के साथ होगी। इसके बाद में सीबीएसई सीबीएसई की शिक्षा दी जाएगी। तत्पश्चात सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम की शिक्षा बालिकाओं को दी जाएगी। शाम को विभिन्न खेलकूद, परेड और बाधा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
विद्यालय में वर्तमान में स्केटिंग, बालीवाल, रायफल शूटिंग, हार्स राइडिंग कोर्स बालिकाओं को कराए जाएंगे। इसके अलावा सैन्य विद्यालयों के लिए सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा तय मानकों के आधार पर बाधा प्रशिक्षण के लिए मैदान तैयार कराया जाएगा।